भूमि भवन के स्वामी नवग्रहों के सेनापति मंगल का तुला राशि में गोचर किसकी चमकेगी किस्मत

 


भोपाल, शब्द दीप समाचार सेवा, 13 सितंबर की रात 9 बजकर 21 मिनट पर मंगल तुला राशि में प्रवेश कर जाएंगे और 27 अक्टूबर की दोपहर बाद 3 बजकर 41 मिनट तक तुला राशि में ही गोचर करेंगे। उसके बाद वृश्चिक राशि में प्रवेश कर जाएंगे।

शुभ मंगल व्यक्ति को शक्तिशाली और साहसी बनाता है, वहीं जन्मपत्रिका में मंगल अच्छी स्थिति में न होने पर समाज के विरूद्ध कामों के लिये प्रेरित करता है। मंगल वैसे तो सही मार्ग पर चलने वाला और सच्चाई का साथ देने वाला ग्रह है, लेकिन बुरे के साथ यह बुरा है। शरीर में नाभि के आस-पास का क्षेत्र मंगल का क्षेत्र माना जाता है। मंगल के तुला राशि में प्रवेश से विभिन्न राशियों पर इसका असर पड़ेगा, तो किस राशि पर इसका क्या असर होगा और इसके अशुभ प्रभावों से बचने के लिये क्या उपाय करने चाहिए, अब हम इसकी चर्चा करेंगे।

मंगल आपके सातवें स्थान पर गोचर कर रहें है। जन्मपत्रिका के सातवें स्थान का सम्बन्ध हमारे जीवनसाथी से है। आपको बता दूं कि जन्मपत्रिका में पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें स्थान पर मंगल के गोचर से जातक अस्थायी रूप से मांगलिक कहलाता है, यानि आपके सातवें स्थान पर मंगल के इस गोचर से आप 27 अक्टूबर तक के लिये अस्थायी तौर पर मांगलिक कहलायेंगे। ऐसे में अगर आप विवाहित हैं, तो आपको इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि क्या आपके जीवनसाथी की जन्मपत्रिका में भी मंगल पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें जा रहा है। अगर हां... तो ठीक है, अन्यथा मंगल के इस गोचर के उपाय आपको जरूर करने चाहिए। लिहाजा 27 अक्टूबर तक मंगल के अशुभ फलों से बचने के लिये- आपको अपनी बुआ या बहन को कुछ मीठा देना चाहिए और उनका आशीर्वाद लेना चाहिए।

मंगल आपके छठे स्थान पर गोचर कर रहें है। जन्मपत्रिका के छठे स्थान का सम्बन्ध हमारे मित्र, शत्रु तथा स्वास्थ्य से है। मंगल के इस गोचर के प्रभाव से आपको मित्रों का पूरा सहयोग मिलेगा। किसी भी कार्य को करने में आप खुद को सहज महसूस करेंगे। आपको व्यापार से लाभ मिलेगा। अगर आपकी लेखन में रुचि है, तो इस दौरान आपकी लेखन क्षमता मजबूत होगी। लिहाजा मंगल के शुभ फल बनाये रखने के लिये- आपको किसी कन्या को कुछ गिफ्ट देना चाहिए।

मंगल आपके पांचवें स्थान पर गोचर कर रहे है। जन्मपत्रिका के पांचवे स्थान का सम्बन्ध हमारे संतान, बुद्धि, विवेक और रोमांस से है। मंगल के इस गोचर के प्रभाव से आप विद्या के क्षेत्र में आगे रहेंगे। किसी भी तरह की परीक्षाओं में आपको सफलता जरूर मिलेगी। संतान से भी आपको हर तरह का लाभ मिलेगा। आपका विवेक बना रहेगा। लवमेट के साथ आपके रिश्ते अच्छे रहेंगे। लिहाजा जीवन में मंगल के शुभ फल बनाये रखने के लिये- आपको रात को सोते समय अपने सिरहाने पर पानी रखकर सोना चाहिए और अगले दिन उस पानी को किसी पेड़-पौधे की जड़ में डाल देना चाहिए।

मंगल आपके चौथे स्थान पर गोचर कर रहे है। जन्मपत्रिका के चौथे स्थान का सम्बन्ध हमारे भवन, भूमि, वाहन तथा माता से है। मंगल के इस गोचर के प्रभाव से भूमि-भवन और वाहन का सुख मिलने में आपको थोड़ा और इंतजार करना पड़ेगा। इसके अलावा आपको यहां एक जरूरी बात और बता दूं कि- जन्मपत्रिका में पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें स्थान पर मंगल का गोचर जातक को अस्थायी रूप से मांगलिक बनाता है। लिहाजा आपके चौथे स्थान पर मंगल का ये गोचर आपको 27 अक्टूबर तक के लिये अस्थायी रूप से मांगलिक का प्रभाव देगा। ऐसे में अगर आप शादी-शुदा हैं, तो आपको इस बात पर ध्यान देने की जरूरत है कि क्या आपके जीवनसाथी की कुंडली में भी मंगल पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें जा रहा है। अगर हां...... तो ठीक है, अन्यथा सतर्क होकर आपको मंगल के इस गोचर के उपाय जरूर करने चाहिए। साथ ही मंगल के अशुभ फलों से बचने के लिये- आपको बरगद के पेड़ में दूध डालना चाहिए और दूध चढ़ाने के बाद जो मिट्टी गिली हो, उससे मस्तक पर तिलक लगाना चाहिए।

मंगल आपके तीसरे स्थान पर गोचर कर रहे है। जन्मपत्रिका के तीसरे स्थान का सम्बन्ध हमारे पराक्रम, भाई-बहन तथा यश से है। मंगल के इस गोचर के प्रभाव से आपको भाई-बहनों का पूरा साथ मिलेगा। साथ ही आपकी बातों से दूसरे लोग प्रभावित होंगे। आपके काम समय पर पूरे होंगे। आपका स्वास्थ्य भी अच्छा बना रहेगा। लिहाजा मंगल के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये- आपको अपने बड़े भाई को कुछ गिफ्ट करना चाहिए।

 मंगल आपके दूसरे स्थान पर गोचर कर रहे है। जन्मपत्रिका के दूसरे स्थान का सम्बन्ध हमारे धन तथा स्वभाव से है। मंगल के इस गोचर के प्रभाव से आपको अपनी मेहनत के बल पर आर्थिक लाभ जरूर मिलेगा। ससुराल पक्ष के साथ रिश्ते अच्छे रहेंगे। आपको अन्न की कमी नहीं होगी। इस दौरान बड़े भाईयों से आपके रिश्ते अच्छे बने रहेंगे। लिहाजा मंगल के शुभ फल बनाये रखने के लिये- आपको धार्मिक कार्यों में अपना सहयोग देते रहना चाहिए।

मंगल आपके पहले स्थान, यानि लग्न स्थान पर गोचर कर रहे है। जन्मपत्रिका में लग्न यानि पहले स्थान का सम्बन्ध हमारे शरीर तथा मुख से है। मंगल के इस गोचर के प्रभाव से आपके द्वारा कही गयी बात काफी प्रभावशाली होगी। लेकिन यहां आपको एक बात, बता दूं कि जन्मपत्रिका में पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें स्थान पर मंगल का गोचर जातक को अस्थायी रूप से मांगलिक बना देता है। लिहाजा आपके पहले स्थान पर मंगल का ये गोचर 27 अक्टूबर तक के लिये आपको अस्थायी रूप से मांगलिक बना देगा और अगर आप विवाहित हैं, तो आपको इस बात पर खास ध्यान देना चाहिए कि क्या आपके जीवनसाथी की जन्मपत्रिका में भी मंगल पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें जा रहा है। अगर हां. तो अच्छा है, वरना आपको सतर्क होकर मंगल के इस गोचर के उपाय जरूर करने चाहिए और आपको क्या उपाय करने चाहिए, वो भी बता देता हूं- आपको मंदिर में मसूर की दाल दान करनी चाहिए।

मंगल आपके बारहवें स्थान पर गोचर कर रहे है। जन्मपत्रिका के बारहवें स्थान का सम्बन्ध आपके व्यय तथा शय्या सुख से है। मंगल के इस गोचर के प्रभाव से 27 अक्टूबर तक आपकी आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी रहेगी। आप इस दौरान अपनी लग्जरी पर भी ध्यान दे सकते हैं। इस दौरान शत्रु आपका कुछ नहीं बिगाड़ पायेंगे। लेकिन यहां आपको ये भी बता दूं कि किसी की जन्मपत्रिका के पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें स्थान पर मंगल हो तो जातक अस्थायी रूप से मांगलिक कहलाता है। लिहाजा मंगल का ये गोचर 27 अक्टूबर तक के लिये अस्थायी रूप से मांगलिक दर्शायेगा। ऐसे में जो लोग विवाहित हैं, उन्हें इस बात पर खास ध्यान देना चाहिए कि क्या उनके जीवनसाथी की जन्मपत्रिका में भी मंगल पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें जा रहा है। अगर ऐसा है तो ठीक है, अन्यथा सतर्क होकर आपको मंगल के इस गोचर के उपाय जरूर करना चाहिए। लिहाजा अस्थायी तौर मांगलिक प्रभाव से बचने के लिये- आपको मन्दिर या किसी धर्मस्थल पर बताशे दान करने चाहिए।

मंगल आपके ग्यारहवें स्थान पर गोचर कर रहे है। जन्मपत्रिका के ग्यारहवें स्थान का सम्बन्ध हमारे आय तथा इच्छाओं की पूर्ति से होता है। मंगल के इस गोचर के प्रभाव से आपकी आमदनी में बढ़ोतरी होगी। माता-पिता से भी आपको आर्थिक रूप से लाभ मिलेंगे। आध्यात्मिक कार्यों के प्रति आपकी आस्था बढ़ेगी। इस दौरान आपकी कोई इच्छा पुरी होगी। जो लोग पशुपालन के काम से जुड़े हुए हैं, उन्हें अच्छा लाभ मिल सकता है। लिहाजा 27 अक्टूबर तक लाभ की स्थिति बनाये रखने के लिए- मन्दिर में शहद का दान करें और कुत्ते को रोटी खिलाएं।

मंगल आपके दसवें स्थान पर गोचर कर रहे है। जन्मपत्रिका के दसवें स्थान का सम्बन्ध हमारे करियर, राज्य तथा पिता से होता है। मंगल के इस गोचर के प्रभाव से आपको करियर में सफलता पाने के लिये अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है। आपके पिता को भी अपने काम पर थोड़ा ध्यान देने की जरूरत है। इस दौरान आपको अपने घर में सोने के आभूषणों का भी थोड़ा ध्यान रखना चाहिए। इसके अलावा मंगल के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये- 27 अक्टूबर तक चूल्हे पर दूध उबालते समय इस बात का ध्यान रखें कि दूध उबलकर बर्तन से बाहर न गिरे।


मंगल आपके नवें स्थान पर गोचर कर रहे है। जन्मपत्रिका के नौवें स्थान का सम्बन्ध हमारे भाग्य से होता है। मंगल के इस गोचर के प्रभाव से आपको अपने भाग्य से लाभ पाने में थोड़ी परेशानी आ सकती है। आपके काम मन मुताबिक पूरे होने में समय लग सकता है। इसके अलावा जीवन में सुख- साधन जुटाने के लिये आपको अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है। लिहाजा 27 अक्टूबर तक मंगल के अशुभ फलों से बचने के लिये- बड़े भाई या जो आपके लिये बड़े भाई जैसे हैं, उनका सम्मान करें।


मंगल आपके आठवें स्थान पर गोचर कर रहे है। जन्मपत्रिका के आठवें स्थान का सम्बन्ध हमरे आयु से है। मंगल के इस गोचर के प्रभाव से आपको अपनी मेहनत का पूरा लाभ मिलेगा। इस दौरान किसी भी मामले में शत्रु आपसे जीतने में असमर्थ होगा। लेकिन मंगल के इस गोचर में आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि जन्मपत्रिका में पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें स्थान पर मंगल के गोचर से जातक अस्थायी रूप से मांगलिक कहलाता है, यानि आपके आठवें स्थान पर मंगल के इस गोचर से आप 27 अक्टूबर तक अस्थायी रूप से मांगलिक कहलायेंगे। ऐसे में अगर आप विवाहित हैं, तो आपको इस बात पर विशेष ध्यान देना चाहिए कि क्या आपके जीवनसाथी की जन्मपत्रिका में भी मंगल पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें स्थान पर जा रहा है। अगर हां... तो ठीक है, अन्यथा मंगल के इस गोचर के उपाय आपको जरूर करने चाहिए। लिहाजा 27 अक्टूबर तक मंगल के अस्थायी तौर पर मांगलिक प्रभाव से बचने के लिये- किसी जरूरतमंद को खाना खिलाएं।


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